rashmi kiranSep 7, 20191 min readआदत है तन्हाई के बारे में क्या जानेगा वह शायर जो बातें करता है पन्नों पर आवाज़ बन गूँज उठती है जिसके कलम की स्याही तन्हाइयों की समझ उन कलमों को है जिनकी सूख चुकी है स्याही राही की पोटली (कविताएं)21 views0 comments11 likes. Post not marked as liked11
तन्हाई के बारे में क्या जानेगा वह शायर जो बातें करता है पन्नों पर आवाज़ बन गूँज उठती है जिसके कलम की स्याही तन्हाइयों की समझ उन कलमों को है जिनकी सूख चुकी है स्याही