एक आग है प्रकृति में
जठराग्नि
दहकती है जीव जीव के उदर में
मानव एक जीव ही है
जठराग्नि लिए घूमता है
दहकता रहता है
ज्ञान का घट
विवेक शीतल जल
संभाल लेती है
लेकिन हर मानव में यह संभव नहीं
क्योंकि मानव भी प्रकृति का एक जीव है
जठराग्नि लिए घूमता है
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Photo credit :- rashmi kiran
Camera OnePlus7
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