rashmi kiranDec 12, 20201 min readUntitledशीत सिमटावे मन तोरे बहींया रे हीयरा में काहे उठे पुरवइया रेगजब ढ़ाये रामा बलमू जी के प्रीतचुनरिया उड़ी जाए कहे जुलम हुआ रे ~~रश्मि किरण ❤️कॉफ़ी टेबल 4 views0 comments1 like. Post not marked as liked1
शीत सिमटावे मन तोरे बहींया रे हीयरा में काहे उठे पुरवइया रेगजब ढ़ाये रामा बलमू जी के प्रीतचुनरिया उड़ी जाए कहे जुलम हुआ रे ~~रश्मि किरण ❤️